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केलो बांध से नहरों में लगातार दिया जा रहा पानी : वर्षा ऋतु में मानक संचालन पद्धति से बांध में किया जाता है जल भराव

रायगढ़ । असल बात न्यूज़। केलो   बांध   से   सिंचाई   के   लिए   पानी   दिए   जाने   के   संबंध   में   केलो   परियोजना   सर्वेक्षण   संभाग  ...

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रायगढ़। असल बात न्यूज़।

केलो बांध से सिंचाई के लिए पानी दिए जाने के संबंध में केलो परियोजना सर्वेक्षण संभाग रायगढ़ के कार्यपालन अभियंता ने जानकारी देते हुये बताया कि केलो परियोजना केलो नदी पर रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 8 किमी की दूरी पर रायगढ़ अम्बिकापुर राजमार्ग में ग्राम दनौट में स्थित एक महत्वाकांक्षी परियोजना है इस परियोजना में बांध का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है तथा नहर प्रणाली कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। चूंकि नहर प्रणाली कार्य अपूर्ण है। अतएव विगत वर्ष 2014 से ट्रायल रन के तहत खरीफ  फसल के लिये नहर से पानी दिया जा रहा है।

 विगत वर्ष 2014 से ट्रायल रन के तहत खरीफ  फसल के लिये नहर से पानी दिया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों पर बांध के  रखाव के साथ ही वर्षाकाल में मानक संचालक पद्धति के अनुसार बांध में जल संग्रहण एवं जल नियंत्रण का उत्तरदायित्व है। केलो बांध की कुल संग्रहण क्षमता 76.07 मि..मी.है जिसमें 61.95 मि..मी.लाईव्ह स्टोरेज एवं 14.12 मि..मी.डेड स्टोरेज है तथा जल भराव का अधिकतम स्तर 233.00 मीहै। बांध का जल ग्रहण क्षेत्र विस्तृत है। एक दो दिन की अच्छी बारिश से बांध में जल भराव उच्चतम स्तर तक किया जा सकता है। यदि वर्षाकाल के प्रारंभिक दिनों में ही बांध को अधिकतम स्तर तक भर लिया जाये तो बाद में अधिक वर्षा होने की स्थिति में बांध में जल भराव  कर नदी में ही सभी अतिरिक्त स्तर तक भर लिया जाये तो बाद भी अधिक वर्षा होने की स्थिति में बांध में जल भराव  कर नदी में ही सभी अतिरिक्त जल को छोडऩा पड़ेगा ऐसी स्थिति में बांध के निचले भाग में भारी बाढ़ की स्थिति भी निर्मित हो सकती है। जनधन की हानि भी हो सकती है। ऐसी परिस्थिति को दृष्टिगत रखते हुए बांध में जल भराव के लिए एक मानक संचालन पद्धति स्वीकृत की गई है जिसके अनुसार माह जून जुलाई में 229.00 मी.के स्तर तक 22 प्रतिशत माह अगस्त में 230.00 मी.के स्तर तक 36 प्रतिशत माह सितम्बर में 232.00 मी.के स्तर तक 76 प्रतिशत एवं माह अक्टूबर नवम्बर में अधिकतम स्तर 233.00 मी.तक 100 प्रतिशत जल भराव करने का प्रावधान है।

चूंकि इस वर्ष अल्प वर्षा की स्थिति है ऐसे में कृषकों द्वारा माह जुलाई से ही नहरों से पानी की मांग की गई है कृषकों की आवश्यकता को देखते हुए बांध में 20 प्रतिशत से 30 प्रतिशत जल भराव के बावजूद नहरों से 5.00 क्यूमेक्स से अधिक जल 13 जुलाई 2021 से लगातार दिया जा रहा है। सिंचाई हेतु समयपूर्व मांग को देखते हुये बांध में मानक संचालन पद्धति में प्रावधानित स्तर से लगभग 50 से.मी.अधिक स्तर तक एवं लगभग 8 प्रतिशत अधिक जल संग्रहण किया जा रहा है। इस तरह से बांध से सिंचाई हेतु पर्याप्त मात्रा में पानी दिया जा सकेगा। केलो परियोजना से इस वर्ष लगभग 45 ग्रामों में खरीफ सिंचाई हेतु 6000 हे.का लक्ष्य रखा गया है। खेतों में फसल के पकने तथा अंतिम छोर तक जहां तक पानी पहुंचना संभव है नहरों से लगातार पानी पहुंचाने हेतु कार्यरत मैदानी अमला यथा संभव प्रयासरत है।