जीरो शार्टेज धान खरीदी केन्द्र समिति को मिलेगी प्रशस्ति पत्र, मेजर शार्टेज समिति को जारी होगा कारण बताओं  नोटिस
-धान की उठाव, कस्टम मिलिंग की समीक्षा


दुर्ग । असल बात न्यूज।

जिले में खरीफ वर्ष अंतर्गत किसानों से धान खरीदी केन्द्र में समिति द्वारा की गई खरीदी उपरांत संग्रहण केन्द्र से उठाव, कस्टम मिलिंग व एफसीआई में लक्ष्य के अनुपात में जमा की गई चावल की मात्रा की समीक्षा हुई। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने खाद्य विभाग, सहकारिता विभाग की बैठक लेकर की गई धान की खरीदी और कस्टम मिलिंग की जानकारी अधिकारियों से ली। बैंठक में बताया गया कि जिले के सभी समितियों से धान का उठाव कर लिया गया है। किसी भी समिति में धान का उठाव शेष नहीं है। वर्तमान में धान की कस्टम मिलिंग का कार्य किया जा रहा है।

 धान की खरीदी में कुछ समितियों द्वारा शार्टेज दिखाया जा रहा है। कई समितियों में कोई शार्टेज नही बताया गया है। ऐसे समिति जिन्होंने मेजर शार्टेज दिखाया है उनके विरुद्ध प्रक्रीया के साथ कर कार्यवाही करने कहा गया है। जिस समितियों के द्वारा कोई शार्टेज नही दिखाया है। उन्हें प्रशस्ति प्रत्र जारी करने कहा है। साथ ही साथ ऐसे समिति जिनके द्वारा सामान्य शार्टेज दिखाया गया है। उन्हें शो-काज नोटिस जारी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जिले में 137 मिल कस्टम मिलिंग के लिए पंजीकृत है। जिसके माध्यम से उपार्जित धान को चावल बनाया जा रहा है। जिले में 4 लाख 07 हजार 3 सौ 48  मिट्रिक टन धान का उपार्जन किया गया है। एफसीआई में 50 हजार 79 मिट्रिक टन अरवा चावल, 1 लाख 84 हजार 8 सौ मिट्रिक टन उसना चावल जमा करने हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें से 43 हजार 3 सौ 74 मिट्रिक टन अरवा चावल एवं 1 लाख 72 हजार 6सौ 31 मिट्रिक टन उसना चावल एफसीआई में जमा कर लिया गया है। वर्तमान स्थिति के आधार पर 6 हजार 7 सौ 6 मिट्रिक टन अरवा व 6 हजार 5 सौ 80 मिट्रिक टन उसना चावल एफसीआई में जमा करना शेष है। इसी तरह 31 हजार 2 सौ 80 मिट्रिक टन अरवा व 41 हजार 6 सौ मिट्रिक टन उसना चावल फोर्टीफाइड चावल एफसीआई में जमा करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके विरुद्ध 12 हजार 7 सौ 80 अरवा व 10 हजार 1 सौ 66 मिट्रिक टन उसना चावल जमा करना शेष है।
बैंठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि खरीफ वर्ष अंतर्गत दिये गये लक्ष्य की पूर्ति निर्धारित तिथि तक सुनिश्चित कर लिया जाये। एफसीआई में चावल जमा करने की तिथि 30 सितंबर निर्धारित किया गया है। कस्टम मिलिंग हेतु बचे धान को शीघ्र ही मिलरों के माध्यम से कस्टम मिलिंग करने कहा गया है।