कोरोना महामारी काल में भी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का रखा गया बेहतर ध्यान, स्वास्थ्य विभाग के काम को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान

रायपुर । असल बात न्यूज़।

कोरोना महामारी काल में भी छत्तीसगढ़ ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी स्वास्थ्य सेवाओं का लोहा मनवाया है। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया संस्था द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, छत्तीसगढ़ को कोरोना काल में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने के लिए *एक्सीलेंस इन मेन्टल हेल्थ अवार्ड* के लिए चयनित किया गया है। राज्य को यह पुरस्कार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जा रहा है। संस्था के अनुसार मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं को राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुँचाने के लिए राज्य द्वारा किए गए वृहद् प्रयास प्रशंसनीय हैं। 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम में राज्य स्तरीय नवाचार *चैम्प प्रोजेक्ट* के अंतर्गत 1400 से अधिक मेडिकल ऑफ़िसर्स और ग्रामीण चिकित्सा सहायकों को देश की उत्कृष्ट संस्था *नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज* (NIMHANS) बैंगलोर से प्रशिक्षण कराया गया है जो सभी स्वास्थ्य संस्थाओं तक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सभी सेवाओं को पहुँचाने में कारगर रहा है। इन प्रशिक्षित मेडिकल ऑफिसर्स और ग्रामीण चिकित्सा सहायकों की सहायता से अब तक हज़ारों की संख्या में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से प्रभावित व्यक्तियों की काउन्सलिंग की जा चुकी है।

यहाँ यह उल्लेखनीय है कोविड-19 महामारी के समय जब बहुत से लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, तब विभाग द्वारा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत टेलीकम्युनिकेशन सेवा के माध्यम से उनका मनोबल बढ़ाया गया एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया कराई गईं। नई दिल्ली में 30 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।