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सेंट थॉमस मिशन अपने स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर भिलाई में शुरु कर रहा है जनसेवा के विभिन्न कार्य

  भिलाई। असल बात न्यूज़। सेंट थॉमस मिशन भी कोरोना संकट से पीड़ित परिवारों की मदद के लिए आगे आ रहा है। मिशन के द्वारा इसके तहत कोरोना कहर की ...

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भिलाई। असल बात न्यूज़।

सेंट थॉमस मिशन भी कोरोना संकट से पीड़ित परिवारों की मदद के लिए आगे आ रहा है। मिशन के द्वारा इसके तहत कोरोना कहर की वजह से  आर्थिक रूप से परेशान छात्रों को ₹10 हजारों रुपए तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और जिन छात्रों के मुखिया की इससे मौत हो गई है उन्हें पूरी शिक्षा निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।वही किसानों को रसायन मुक्त खेती के लिए प्रोत्साहित करने मदद दी जाएगी।मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के सेंट थॉमस मिशन भिलाई मुख्यालय  अपनी सेवा की स्थापना का स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया जा रहा है इसके अंतर्गत उत्तर सेवा करने के निर्णय लिए गए हैं।

 मिशन के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में एक  कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन बिशप हिस ग्रेस डॉ जोसेफ मार डायनोशियस ने पवित्र बलिदान के बाद किया जो सेंट थॉमस मिशन में वर्तमान निदेशक हैं। सेंट थॉमस मिशन चर्च भिलाई 3rd जुलाई 1972 को मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के तत्कालीन प्रमुख बिशप हिस होलीनेस बेसेलियस मारथोमा मैथ्यू द्वारा कलकत्ता डायोसिस के मिशन द्वारा स्थापना की गयी | कलकत्ता डायोशियस मिशन छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उड़ीसा से लेकर पश्चिम बंगाल, असम एवं नागालैंड तक फैला हुआ है जो दिवंगत बिशप डॉ. स्टेफेनोस मार थियोडोशियस के मार्गदर्शन में कार्य करता रहा है। वर्तमान में मेट्रोपोलिटन हिस ग्रेस डॉ जोसेफ मार डायनोशियस जिन्होंने वर्ष 2009 में निदेशक का कार्यभार ग्रहण किया ने लगातार यह सुनिश्चित किया कि सेंट थॉमस मिशन लगातार जनकल्याण के कार्यों में संलग्न रहे जैसे कि सरकारी अस्पतालों के आस पास ज़रूरतमंदों को भोजन, जेल में बंद कैदियों के पुनर्वास, ज़रूरतमंदों एवं बेघरों को सहायता एवं वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण नौकरी एवं कामकाज छोड़ चुके लोगों की मदद करना है|

 यह समाज के लिए सबसे बड़ा अंशदान है कि सेंट थॉमस मिशन की संस्थाओं के द्वारा वाजिब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाती है। 3rd जुलाई 2021 से वार्षिक स्वर्ण जयंती कार्यक्रम की शुभारंभ करते हुए शिक्षा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में बहुत से  दानपुण्य के कार्य आरंभ किये गए हैं। यह कार्य सेंट थॉमस मिशन के अंतर्गत आने वाले स्कूल एवं कॉलेजों के द्वारा चलाए जाएंगे जिन्होंने अपने मुखियाओं की सहायता से विगत 50 वर्षों से सेंट थॉमस मिशन की आत्मा को बनाये रखा है। इसके अंर्तगत छात्रों, कर्मचारियों एवं आसपास के समुदायों को भी सम्मिलित किया गया है। सेंट थॉमस मिशन द्वारा स्वर्ण जयंती वर्ष में निम्नलिखित कार्य शुरू किए गए हैं - 

कोरोना महामारी के कारण जिनकी आर्थिक स्थिति खराब हुई है ऐसे लगभग 1500 छात्रों को 10000 रुपये तक की आर्थिक सहायता करना। 

जिन छात्रों के माता पिता की मृत्यु हो गई है उन्हें उनकी संस्था में पढ़ाई पूरी करने तक मुफ्त शिक्षा प्रदान करना। 

3. लोगों को उत्तम कृषि कार्य की प्रेरणा देने के लिए नवीनतम ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देना। इस कार्यक्रम का नाम सिस्टर एन्न के नाम पर रखा जाएगा जो बालवाड़ी एवं टेलरिंग के कार्य भिलाई केंद्र में कर रही थी और जिनकी 20 अप्रैल 2021 को कोरोना से मृत्यु हो गई थी। 

4. शिक्षण संस्थाएं मुफ्त में क्षेत्रीय छात्रों को कम्प्यूटर, स्पोकन इंग्लिश एवं सॉफ्ट स्किल्स का प्रशिक्षण देंगे जिन्हें इसकी अति आवश्यकता है। 

5. सभी संस्थाएं छात्रों को स्कूल के पश्चात विशेष प्रशिक्षण एवं ब्रिज क्लास प्रदान करेंगे जिन्हें इनकी आवश्यकता है। 

6. चिकित्सकीय एवं सामान्य उच्च शिक्षण संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना एवं अस्पतालों में मरीजों को सहायता प्रदान करना|

7. डायोशियन मिशन के अंतर्गत आने वाले सभी 50 चर्चो एवं मंडलो द्वारा कम से कम एक दानपुण्य एवं विकास कार्य आरंभ करना|


अमेजिंग ग्रेस के नाम से आध्यात्मिक जीवनी का फादर डॉ अब्राहम ओम्मीन के द्वारा विमोचन किया गया। इस अवसर पर डायोसियन सचिव फादर थॉमस रामबान, फादर जॉर्ज सीवी एवं फादर कुरियन जॉन ने भी संबोधित किया। फादर अज्जू के वर्गिस, सर ग्रेस एवं फादर मैथ्यू सकिरा भी उपस्थित थे।