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दो चिकित्सकों और एक फार्मासिस्ट को कारण बताओ नोटिस

  दुर्ग। असल बात न्यूज़। जिले में दो चिकित्सकों को निर्धारित समय अवधि पर ड्यूटी पर उपस्थित नहीं होने तथा एक फार्मासिस्ट को मरीजों, जनप्रतिनि...

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 दुर्ग। असल बात न्यूज़।

जिले में दो चिकित्सकों को निर्धारित समय अवधि पर ड्यूटी पर उपस्थित नहीं होने तथा एक फार्मासिस्ट को मरीजों, जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार करने पर कारण बताओ नोटिस दिया गया है। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा यह नोटिस जारी किया गया है। शिकायत तथा कार्य में लापरवाही पाए जाने पर संबंधितो को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिनों के भीतर इसका जवाब देने को कहा गया है अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोरी में पदस्थ फार्मासिस्ट सुरेंद्र भारती के खिलाफ मरीजों, जनप्रतिनिधियों, गर्भवती महिलाओं  से दुर्व्यवहार करने की शिकायतें मिली है।इसे सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के विपरीत मानते हुए फार्मासिस्ट को फिलहाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दारागांव विकासखंड धमधा भेज दिया गया है तथा कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा गया है कि क्यों ना उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इसके लिए स्वयं मुख्यालय में उपस्थित होकर 2 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है अन्यथा कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बघेरा में पदस्थ डॉ माधुरी वाहने और डॉ रमाकांत चौरसिया को भी निर्धारित समय अवधि में कार्य पर उपस्थित नहीं होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यहां जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी डॉ सतीश कुमार मेश्राम और जिला प्रशिक्षण अधिकारी सुगम सावंत ने कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान देखा गया कि स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती वहीं महिलाओं की लंबी लाइन लगी हुई है। वहां कॉविड प्रोटोकॉल का कतई पालन नहीं किया जा रहा था।उक्त दोनों चिकित्सक दोपहर 12:30 बजे तक कार्य पर उपस्थित नहीं थे। वहां उक्त अवधि में कोई भी चिकित्सा अधिकारी, महिलाओं की जांच के लिए उपस्थित नहीं थे जिससे मरीज महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने चिकित्सकों के उक्त कृत्य को लापरवाही मानते हुए दो दिनों के भीतर इसका जवाब देने को कहा है। अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है।