Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

सभी सांसदों से देश में जल शक्ति अभियान- 2 को सहयोग देने और समर्थन की अपील

  केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री ने की अपील मानसून season में वर्षा जल संरक्षण के लिए लोगों को संवेदनशील बनाने में सांसदों के योगदान का आव्हा...

Also Read

 

केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री ने की अपील

मानसून season में वर्षा जल संरक्षण के लिए लोगों को संवेदनशील बनाने में सांसदों के योगदान का आव्हान

नई दिल्ली छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़।
देश के लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों से अपने अपने निर्वाचन क्षेत्र में जल शक्ति अभियान  catch the rain को सहयोग करने का आह्वान किया गया है। केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया ने इसके लिए सभी सांसदों को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखकर इस अभियान में सहयोग की अपील की है।“कैच द रेन व्हेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स" विषय के  इस अभियान का शुभारंभ प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने पिछले मार्च महीने में विश्व जल दिवस के अवसर पर किया है।

 

इस अभियान का उद्देश्य कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं का निर्माण, मौजूदा तालाबों और जल निकायों को पुनर्जीवित करके नए जलाशयों का निर्माण, चेक डैम की व्यवस्था, मानसून प्रारंभ होने से पहले झीलों और नदियों को नया रूप देकर वर्षा जल का दोहन करना है। देश के सभी जलाशयों का जियो टैगिंग करके उनका डाटा बेस बनाने और इस डाटा का उपयोग वैज्ञानिक और डाटा आधारित जिला स्तरीय जल संरक्षण योजनाएं बनाने की भी योजना है।

केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री द्वारा भेजे गए पत्र में अभियान का विस्तृत विवरण दिया गया है और सांसदों को पहले की प्रगति के बारे में भी बताया गया है। पत्र में  मानसून season के दौरान वर्षा जल के संरक्षण के लिए लोगों को संवेदनशील बनाने  उ लिए सांसदों से सहयोग और योगदान मांगा गयाा है।। श्री कटारिया ने बताया कि पत्र भेजने का उद्देश्य प्रत्येक सांसद से यह आग्रह करना है कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में इस अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम करें । श्री कटारिया ने कहा “ हम सभी को एक साथ आना चाहिए और जनहित में गिरते भूजल स्तर और पानी की कमी की आम समस्या को दूर करने के लिए दलगत आधार से ऊपर उठना चाहिए।“

जल शक्ति अभियान: कैच द रेन 2019 के जल शक्ति अभियान-1 के विपरीत देश के सभी जिलों के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को शामिल किया गया है