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सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित ऑक्सीजन संवर्धन प्रौद्योगिकी कोविड-19 मरीजों के उपचार में प्रभावी सिद्ध हो सकती है: डॉक्टर वी आर सीर्सथ

  नई दिल्ली, छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़। Covid-19 के संक्रमितो की जान बचाने के लिए अभी ऑक्सीजन के बहुत अधिक जरूरत पड़ रही है। सीएसआईआर-सीएमईआ...

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नई दिल्ली, छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़।
Covid-19 के संक्रमितो की जान बचाने के लिए अभी ऑक्सीजन के बहुत अधिक जरूरत पड़ रही है।सीएसआईआर-सीएमईआरआई ने एक ऐसी ऑक्सीजन संवर्धन इकाई विकसित की है जिससे  अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उन मरीजों ऑक्सीजन आसानी से पहुंचाया जा सकता है जिन्हें ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। इस प्रकार की यूनिट का उत्पादन करने वाले  उत्पादकों को सीएसआईआर-सीएमईआरआई से मार्गदर्शन मिलेगा बल्कि इसके लिए कच्चे माल के स्रोतों के संबंध में भी उन्हें सूचनाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

सीएसआईआर-सीएमईआरआई, दुर्गापुर ने ‘ऑक्सीजन संवर्धन’ प्रौद्योगिक विषय पर  एमएसएमई-डीआई,रायपुर, छत्तीसगढ़ और भारत सरकार के साथ मिलकर संयुक्त रूप से एक वेबिनार का आयोजन किया।

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एमएसएमई-डीआई रायपुर के संयुक्त निदेशक और एच ओ ओ डॉक्टर वी आर सीर्सथ ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा कि इस समय समूचा राष्ट्र कोविड-19 महामारी के कारण संकट के दौर से गुजर रहा है और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी हो रही है। इन परिस्थितियों के बीच सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा स्वदेशी स्तर पर विकसित ऑक्सीजन संवर्धन प्रौद्योगिकी कोविड-19 मरीजों के उपचार में प्रभावी सिद्ध हो सकती है। इस प्रौद्योगिकी में अद्भुत क्षमता है। उन्होंने सभी सहभागी उद्योगों और उद्यमियों से इस कठिन घड़ी में आगे आने और चिकित्सा उपयोग हेतु इस यंत्र का शीघ्र  उत्पादन करने का आग्रह किया।

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सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक, प्रोफेसर (डॉ.) हरीश हिरानी ने अपने संबोधन में कहा कि सीएसआईआर-सीएमईआरआई ने एक ऐसी ऑक्सीजन संवर्धन इकाई विकसित की है जिसे आसानी से उपलब्ध, तेल मुक्त कंप्रेसर की आवश्यकता होती है। यह यूनिट अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उन मरीजों के लिए आसानी से पहुंचाई जा सकती है जिन्हें ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार की यूनिट के उत्पादन में उत्पादकों को न सिर्फ सीएसआईआर-सीएमईआरआई से मार्गदर्शन मिलेगा बल्कि इसके लिए कच्चे माल के स्रोतों के संबंध में भी उन्हें सूचनाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

सीएसआईआर-सीएमईआरआई, दुर्गापुर के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर अनुपम सिन्हा ने ऑक्सीज़न संवर्धन इकाई से जुड़ी तकनीक के संबंध में वेबिनार में प्रस्तुति दी। यह तकनीकि दो उद्योगों को हस्तांतरित की जा चुकी है। यह इकाई चिकित्सा उपयोग वायु की 15 एलएमपी तक आपूर्ति कर सकती है वह भी ऑक्सीजन की 90% से अधिक शुद्धता के साथ। और यदि आवश्यकता पड़े तो यह ऑक्सीजन की 30% शुद्धता के साथ 70 एलएमपी के स्तर तक की आपूर्ति कर सकती है।

इस वेबिनार में रायपुर के उद्योग संगठनों के अध्यक्ष समेत उद्योग क्षेत्र के विभिन्न लोगों के साथ-साथ नव उद्यमियों ने भी हिस्सा लिया और वक्ताओं से इस संबंध में चर्चा की। सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित की गई है ऑक्सीजन संवर्धन की इस प्रौद्योगिकी में बड़ी संख्या में उद्योग जगत ने रुचि दिखाई है और सीएसआईआर-सीएमईआरआई के सहयोग से इसके उत्पादन की इच्छा व्यक्त की है।

यांत्रिक अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर) दुर्गापुर, भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत तकनीकि शिक्षा का एक महत्वपूर्ण संस्थान है। सीएसआईआर-सीएमईआरआई ने तकनीकि हस्तांतरण के ज़रिए ऑक्सीजन संवर्धन इकाई के उत्पादन हेतु पहले ही भारतीय कंपनियों/ विनिर्माता एजेंसियों/ एमएसएमई और स्टार्टअप्स से पहले ही एक्स्प्रेशन ऑफ इंटरेस्ट आमंत्रित किए हैं।