एक अप्रैल से अब तक 2.77 लाख नए राशनकार्ड जारी

खाद्य मंत्री  अमरजीत भगत ने की विभागीय काम-काज की समीक्षा

रायपुर, । असल बात न्यूज।

खाद्य मंत्री  अमरजीत भगत ने  मंत्रालय (महानदी भवन) में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न कम मिलने की शिकायतों पर जांच कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न भण्डारण और वितरण की जिलेवार समीक्षा की।

 श्री भगत ने फोर्टिफाईड चावल, गुड़, शक्कर और चने के वितरण के लिए पर्याप्त मात्रा में भण्डारण सुनिश्चित करने कहा है। जिन दुकानों में 5 हजार से अधिक राशनकार्डधारी हैं ऐसे दुकानों का युक्तियुक्तकरण करने, राशन दुकानों में पेयजल व्यवस्था, रंग-रोगन और रेट लिस्ट लगाने के साथ ही निरंतर निरीक्षण करते रहने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
    बैठक में खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बताया कि प्रदेश के 4 हजार शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में सी.सी. टी.व्ही. कैमरा लगाए जा चुके हैं, इनमें 109 शहरी क्षेत्र की दुकाने एवं 2 हजार 900 ग्रामीण क्षेत्र की दुकाने शामिल हैं। शेष राशन दुकानों में सी.सी. टी.व्ही. कैमरा लगाने की प्रक्रिया जारी है। राज्य में 4 हजार 427 उचित मूल्य की दुकाने पंचायतों द्वारा, 4 हजार 29 दुकाने सहकारी समितियों द्वारा, 3 हजार 925 दुकाने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 117 दुकाने वन सुरक्षा समितियों द्वारा एवं 29 उचित मूल्य की दुकाने नगरीय निकायों द्वारा संचालित की जा रही है। प्रदेश में अप्रैल 2020 से अब तक 2 लाख 77 हजार नए राशनकार्ड जारी किए गए हैं और 2 लाख 76 हजार 808 सदस्यों का नाम जोड़े गए हैं।

 उचित मूल्य की दुकानों में अप्रैल 2020 से अब तक खाद्यान्न कम पाए जाने की 511 शिकायतें मिली है, जिनमें से लगभग शिकायतों का निराकरण हो चुका है। राज्य में 305 उचित मूल्य की दुकानों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। राज्य के 12 हजार 768 उचित मूल्य की दुकानों में से 11 हजार 652 दुकानों में रंग-रोगन किया जा चुका है। सभी दुकानों में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न सामग्री, गुड़, चना, शक्कर, फोर्टिफाईड चावल का भण्डारण और वितरण सुचारू रूप से हो रहा है। बैठक में खाद्य विभाग के विशेष सचिव  मनोज कुमार सोनी, एमडी मार्कफेड  अंकित आनंद सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।