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कृषि विश्वविद्यालय परिसर में दो नए कृषि उत्पाद विक्रय केन्द्रों का शुभारंभ

  कृषि विश्वविद्यालय द्वारा उद्यमिता विकास की पहल को नया विस्तार कुलपति डाॅ. पाटील ने कुकरा में आरूग कृषक उत्पादक कंपनी का शुभारंभ किया रायप...

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 कृषि विश्वविद्यालय द्वारा उद्यमिता विकास की पहल को नया विस्तार

कुलपति डाॅ. पाटील ने कुकरा में आरूग कृषक उत्पादक कंपनी का शुभारंभ किया


रायपुर, । असल बात न्यूज़।

 कृषि के क्षेत्र में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा की गई पहल अब रंग लाने लगी है। कृषि उद्यमिता विकास हेतु आज का दिन काफी महत्वपूर्ण रहा। आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित व्यावसायिक परिसर में कुलपति डाॅ. एस.के. पाटील ने दो नए विक्रय केन्द्रों का उद्घाटन किया। ये विक्रय केन्द्र ट्रायफेड (ट्रायबल काॅपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन) एवं आर्या (अट्रैक्टिंग रूरल यूथ इन एग्रीकल्चर) द्वारा संचालित किए जाएंगे। इस अवसर पर क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का आयोजन भी किया गया और विभिन्न कृषक उद्यमियों द्वारा अपने उत्पादों का प्रदर्शन तथा विक्रय भी किया गया। कुलपति डाॅ. पाटील ने ग्राम-कुकरा (आरंग) में कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर के मार्गदर्शन में गठित आरूग कृषक उत्पादक कम्पनी का शुभारंभ किया और ग्राम लखौली (आरंग) में कम्पनी के विक्रय केन्द्र का उद्घाटन किया।

कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित क्रेता-विक्रेता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुलपति डाॅ. एस.के. पाटील ने कहा कि विश्वविद्यालय के व्यावसायिक परिसर में ट्रायफेड और आर्या के विक्रय केन्द्र खुलने से कृषि उद्यमिता विकास से जुड़े कृषक उत्पादक संगठनों, महिला स्व-सहायता समूहों तथा कृषि उद्यमियों को अपने उत्पादों के विक्रय के लिए उपयुक्त स्थान मिलेगा तथा क्रेताओं को अच्छे गुणवत्तायुक्त उत्पाद क्रय करने की सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा ट्रायबल काॅपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन (ट्रायफेड) के मध्य अनुबंध का संपादन होने से ट्रायफेट द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय कृषि विश्वविद्यालय के विक्रय केन्द्रों से किया जा सकेगा वहीं कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों के निर्देशन में गठित कृषक उत्पादक संगठनों, स्व-सहायता समूहों एवं कृषि उद्यमियों द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय ट्रायबल इंडिया के आउटलेट से हो सकेगा। डाॅ. पाटील ने उद्यमिता विकास के क्षेत्र में सार्थक योगदान हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. गौतम राॅय और उनकी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

ग्राम-कुकरा, आरंग में आरूग कृषक उत्पादक कम्पनी के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए डाॅ. पाटील ने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों के मार्गदर्शन में संचालित कृषक उत्पादक संगठन काफी अच्छा कार्य कर रहे हैं और उनके माध्यम से प्रगतिशील एवं नवोनमेषी कृषकों को अपने उत्पादों का बेहतर मूल्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज विभिन्न ई-काॅमर्स प्लैटफाॅम के आ जाने से ऐसे उत्पादकों को अपने उत्पादों को विक्रय करने के लिए विक्रय केन्द्रों की ज्यादा आवश्यकता नहीं रही और वे अपने उत्पाद इन ई-काॅमर्स एप्स के माध्यम से आसानी से विक्रय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रायपुर कृषि विज्ञान केन्द्र के मार्गदर्शन में संचालित आरूग कृषक उत्पादक कम्पनी आज रेड राइस, ग्रीन राइस, जिंक राइस, प्रोटेजिन, जवांफूल चावल आदि का जैविक विधि से उत्पादन कर इन्हें अच्छे दामों पर बेच रहा है। उन्होने ज्यादा से ज्यादा किसानों से इस कृषक उत्पादक कम्पनी से जुड़ने का आव्हान किया। कर्यक्रम को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. प्रभाकर सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत रायपुर की सदस्य श्रीमती अनिता साहू, अध्यक्ष जंनपद पंचायत आरंग श्री खिलेश देवांगन सहित अनेक जन प्रतिनिधि एवं आरूग कृषक उत्पादक कम्पनी के सदस्य श्री ईश्वरी साहू, श्री भूषण साहू एवं श्री मेघनाथ उपस्थित थे। इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक शिक्षण डाॅ. एम.पी. ठाकुर, निदेशक प्रक्षेत्र डाॅ. जी.के. दास सहित कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन के वरिष्ठा अधिकारी तथा वैज्ञानिक उपस्थित थे।







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